रिपोर्ट- जितेंद्र यादव
आजमगढ़ क्षेत्र में गरीब और जरूरतमंद छात्राओं के लिए ऋषिकेश यादव कंबोडिया और भुअर अखाड़ा उम्मीद की नई किरण बनकर सामने आए हैं। उनके सहयोग से लगातार क्षेत्र की छात्राओं को साइकिल, कॉपी, कलम और अन्य शैक्षणिक सामग्री वितरित की जा रही है, ताकि कोई बहन-बेटी पैसों की कमी के कारण अपनी पढ़ाई से वंचित न रह जाए।
इतना ही नहीं, क्षेत्र के दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल देकर उन्हें भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है। इस नेक पहल से न केवल जरूरतमंदों की जिंदगी में बदलाव आ रहा है, बल्कि समाज में शिक्षा और समान अवसर का संदेश भी फैल रहा है।
भुअर अखाड़ा के संयोजक विजय शंकर यादव भुअर का कहना है कि अगर पैसे के अभाव में किसी भी बहन या बेटी की पढ़ाई में समस्या आती है, तो वे हरसंभव मदद का प्रयास करेंगे। उनका स्पष्ट संदेश है— *“शिक्षा के अधिकार से किसी को वंचित नहीं होने देंगे।”*
ऋषिकेश यादव और भुअर अखाड़ा की इस सामाजिक पहल की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं। क्षेत्र में यह मुहिम अब प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है, जिससे और लोग भी आगे आकर सहयोग करने की इच्छा जता रहे हैं।
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