Azamgarh Airport आजमगढ़ के मंदुरी एयरपोर्ट (manduri Airport)को शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023 को लाइसेंस जारी कर दिया गया है। यह एयरपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत विकसित किया गया है।
डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले ही आजमगढ़ जाकर एयरपोर्ट की मानकों की जांच पड़ताल की थी। लाइसेंस मिलने के बाद यहां से विमान संचालन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इसी सप्ताह ही इस एअरपोर्ट से भरी जाने वाली उड़ान का शेड्यूल जारी हो सकता है। Azamgarh Airport आजमगढ़ एयरपोर्ट से पहली उड़ान लखनऊ के लिए भरी जाएगी।
आजमगढ़ मंदुरी एयरपोर्ट की जिम्मेदारी वाराणसी एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी गई है। वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि निर्माण और लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी हो गई है। आजमगढ़ के मंदुरी एयरपोर्ट निदेशक के रूप में मुकेश यादव की नियुक्ति के साथ अन्य तकनीकी स्टाफ की भी तैनाती कर दी गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की बहुप्रतीक्षित योजना के तहत प्रदेश के रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत आजमगढ़ के मंदुरी में हवाईपट्टी का विस्तार किया गया है। सरकार का मानना है कि लखनऊ की पहली फ्लाइट शुरू हुई तो और विमानन कंपनियां आगे आएंगी। हवाई सेवाओं का विस्तार होगा। इसका सीधा फायदा आजमगढ़ सहित आसपास के जिले के लोगों को मिलेगा। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कारोबार बढ़ेगा। रोजगार की संभावना भी बढ़ जाएगी।
दरअसल, आजमगढ़ एयरपोर्ट का संचालन वाराणसी एयरपोर्ट की देखरेख में होगा। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, दिसंबर के लास्ट सप्ताह में विमान के संचालन की तैयारी है। यहां पर विमान के संचालन और यात्रियों सुविधाएं का काम जल्द पूरा हो जाएगा।
फ्लाइट संचालन के लिए बिग चार्टर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को डीजीसीए से अनुमति मिल गई है। पहले कम सीट वाली फ्लाइट चलाई जाएगी, फिर बड़ी फ्लाइटें उड़ान भरेंगी। जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर पश्चिम की तरफ आजमगढ़-अयोध्या मुख्य मार्ग पर मंदुरी हवाई अड्डा स्थित है।
आजमगढ एयरपोर्ट के संबंध में महत्वपूर्ण बातें
• आजमगढ़ मंदुरी एयरपोर्ट को लाइसेंस जारी किया गया है।
• इस एयरपोर्ट से पहली उड़ान लखनऊ के लिए भरी जाएगी।
• एयरपोर्ट का संचालन वाराणसी एयरपोर्ट की देखरेख में होगा।
• फ्लाइट संचालन के लिए बिग चार्टर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को डीजीसीए से अनुमति मिल गई है।
• पहले कम सीट वाली फ्लाइट चलाई जाएगी, फिर बड़ी फ्लाइटें उड़ान भरेंगी।
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