Azamgarh Airtport News : 275वें दिन भी खिरिया बाग में धरना प्रदर्शन जारी

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Azamgarh Airtport News : 275वें दिन भी खिरिया बाग में धरना प्रदर्शन जारी

Azamgarh Airport News आजमगढ़ जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में 275 वें  दिन भी धरना जारी रहा। आज धरने में आजमगढ़ के संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान प्रतिनिधि भी उतरे। धरने में *एयरपोर्ट विस्तारीकरण बहाना है, जमीन लूट निशाना है। एयरपोर्ट का विस्तारीकरण रद्द करो। विस्तारीकरण के नाम पर जमीन लूट नहीं चलेगा। कौन बनाता हिंदुस्तान-भारत का मजदूर किसान। पहले लड़े थे गोरों से-अब लड़ेंगे चोरों से जमीन हमारी आपकी-नहीं किसी के बाप की। जुल्मी जब जब जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से ,चप्पा चप्पा गूंज उठेगा इंकलाब के नारों से।एयरपोर्ट विस्तारीकरण के मास्टर प्लान रद्द होने का लिखित आश्वासन दो।.. आदि नारे गूंजते रहे। ग्रामीणों ने गीतों के माध्यम से भी एयरपोर्ट विस्तारीकरण का विरोध किया।


वक्ताओं ने कहा कि 13 अक्टूबर 2022 से आजमगढ़ एयरपोर्ट विस्तारीकरण में 8 गांव जमुआ हरिराम, जिगना करमनपुर, हिच्छनपट्टी-गदनपुर, मंदुरी, बलदेव मंदुरी, जेहरा पिपरी, हसनपुर, कादीपुर हरकेश,जमुआ जोलहा गांव की घनी आबादी, जैवविविधता के साथ और बहुफसली उपजाऊ 670 एकड़ जमीन अधिग्रहण से असहमत होने के कारण ग्रामीण बिना किसी सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाए  संवैधानिक, लोकतांत्रिक मर्यादाओं के साथ पिछले 8 माह से खिरिया की बाग( ग्राम जमुआ-हरिराम),थाना-कंधरापुर,जिला-आजमगढ़ में धरना चला रहे हैं । हमने शासन सत्ता के हर पायदान पर  अपनी मांगों को निरंतर भेजा है लेकिन जन-उपेक्षा और न्यायिक लापरवाही के चलते अभी तक कोई  संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है। अब तक डीएम , एसडीएम, एडीएम आदि जिला प्रशासन और धरनारत ग्रामीणों के बीच छह बार सौहार्दपूर्ण वार्ता बैठकें भी हो चुकी हैं और प्रशासन की तरफ से आजमगढ़ एयरपोर्ट विस्तारिकरण परियोजना निरस्त होने का सिर्फ मौखिक आश्वासन मिला है । नागरिक उड्डयन अनुभाग,उत्तर प्रदेश सरकार  की ओर से विशेष सचिव,हर्ष कुमार ने भी जिलाधिकारी महोदय आजमगढ़ को आयुक्त आजमगढ़ मंडल आजमगढ़ के पत्र संख्या-2036 /पब्लिक 43-521(2005-08)/ज्ञापन/ स्टेनो दिनांक 17 दिसंबर 2022 को संज्ञान लेकर घनी आबादी व बहुफसली उपजाऊ जमीन को छोड़कर अन्य विकल्प तलाशने का निर्देश दिया  था। दिनांक14 फरवरी 2023 को अधिकारप्राप्त एसडीएम सगड़ी, आजमगढ़ द्वारा और यहां तक कि क्षेत्रीय सांसद  दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ द्वारा भी प्रेस वार्ता और जनता दरबार में मौखिक आश्वासन दिया गया था कि अब आजमगढ़ एयरपोर्ट केवल घरेलू उड़ान के लिये ही बनेगा,उसका  विस्तारीकरण  नहीं होगा। विभिन्न अखबारों और सोशल मीडिया में ये खबर प्रकाशित हुई। लेकिन सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने 9 जून 2023 को आजमगढ़ जिलाधिकारी सभागार में और 11जून 2023 को आजमगढ़ के आर.एस.एस.के कार्यक्रम में आकर आजमगढ़ एयरपोर्ट विस्तारिकरण के लिए मुआवजा का लालच देकर भूमि अधिग्रहण होने देने की उल्टी बात करने लगे।यानि अपने पुराने बयान से ही पलट गए। हमने शासन के समक्ष निरंतर इस ओर भी ध्यान आकृष्ट किया है कि बहुफसली उपजाऊ, जैवविविधता के साथ घनी आबादी वाली जमीन पर 70% दलित गरीब भूमिहीन हैं,जिनके पास टूटे-फूटे मकान के सिवा कुछ नहीं है, अपनी आजीविका के लिए यह दूसरों की जमीन पर खेती अधिया, बटाई लेकर मेहनत-मजदूरी करके जीविका चलाते हैं और जब भूमि अधिग्रहण होगा तो यह आजीविका छिन जाने के बाद इन्हें भूख से मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं मिलेगा। वह पुनर्वास की पीड़ा को सहन नहीं कर सकते हैं क्योंकि  वर्तमान जातिवादी सामाजिक व्यवस्था के कारण उजड़ जाने के बाद इन्हें कोई अपने पास बसने के लिए जमीन नहीं देगा। ऐसी जमीन का अधिग्रहण अपने आप में भूमि अधिग्रहण कानून के भी खिलाफ है। देशभर के ढेरों उदाहरणों की रोशनी में हमारा मानना है कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर सरकार जमीन अधिग्रहित करके पूंजीपतियों को सौंप देगी। इससे आम जनता का कोई भला नहीं होगा।

 पिछले 15 सालों से 104 एकड़ जमीन घरेलू उड़ान के लिए अधिग्रहित किया गया लेकिन आज तक कोई घरेलू उड़ान नहीं कराया जा सका है।भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 में भू-मालिकों के प्रति सरकार के उत्तरदायित्व को निर्धारित करने और अधिनियम के दुरुपयोग को रोकने के लिये भूमि के उपयोग के संबंध में समय-सीमा का निर्धारण किया गया है। भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार, यदि भूमि के अधिग्रहण के बाद 5 वर्षों के अंदर सरकार या संबंधित कंपनी द्वारा उसका उपयोग नहीं किया जाता है। तो उसका अधिकार भू-मालिक को पुनः वापस कर दिया जाएगा। ऐसे में 15 वर्षों में देश की जनता की कितने करोड़ों-अरबों की पूंजी और जमीन को लगा-फंसाकर जनता और  राष्ट्र की क्षति  की गई है , जिसका आज तक कोई उपयोग नहीं किया गया,यह एक अलग जांच का विषय है।

धरना के 8 माह की लंबी अवधि पूरा करने के बाद सरकार का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर आकर्षित करने के लिए  हमारी अब बाध्यता बन चुकी है कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 9 अगस्त 2023 को भारत छोड़ो दिवस के अवसर पर राष्ट्रव्यापी आह्वान *कारपोरेट भारत छोड़ो, खेती छोड़ो * नारों के साथ हम भी  कार्पोरेट घरानों के पक्ष में हो रहे  एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर भूमि अधिग्रहण रोकने के लिए लिखित शासनादेश जारी नहीं करने पर डीएम आजमगढ़ कार्यालय के सामने दिनांक 9 अगस्त 2023 को एक दिवसीय धरना देंगे। 

 आजमगढ़ एयरपोर्ट विस्तारीकरण परियोजना रद्द होने के लिखित शासनादेश नहीं मिलने के कारण ग्रामीण अपना धरना जारी रखने को मजबूर हैं। प्रशासन आज तक ग्रामीणों के पक्ष में हमारी निम्नलिखित की गई मांगों पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर सका है:-

1.दिनांक12-13 अक्टूबर 2022 के दिन और रात के समय हुए एसडीएम सगड़ी के नेतृत्व में पुलिस उत्पीड़न, महिला और एससी/एसटी उत्पीड़न की न तो उच्च स्तरीय जांच कराकर अभी तक कोई कार्यवाही हुई और ना ही कोई एफआईआर हुआ ।

2.(क)दिनांक 24 दिसंबर 2022 राजीव यादव और विनोद यादव के अपहरण का न तो उच्च स्तरीय जांच हुई और ना ही कोई एफ.आई.आर. दर्ज हुआ।

 (ख)उक्त 24 दिसंबर की घटना का एफआईआर दर्ज कराने एसपी कार्यालय ,आजमगढ़ में ग्रामीणों द्वारा दिनांक 26 दिसंबर 2022 को  कोशिश करने पर एफआईआर तो दर्ज नहीं हुआ, उल्टे दिनांक 27 दिसंबर 2022 को विभिन्न धाराओं में 60-70अज्ञात आंदोलनकारी जनता पर यह एफआईआर नंबर 602/2022 दर्ज कर दिया गया है।

 3. दिनांक 2 फरवरी 2023 को जिलाधिकारी, आजमगढ़ द्वारा आमंत्रित वार्ता से वापस लौट रहे राजीव यादव और वीरेंद्र यादव को भंवरनाथ में अपहरण का प्रयास किया गया था। उनके वीडियोक्लिप वायरल होने के बाद भी आज तक दोषियों को चिंहित नहीं किया गया और उस घटना की न  तो उच्चस्तरीय जांच हुई और ना ही एफ.आई.आर. दर्ज कर कोई कार्रवाई हुई।

4. बहुत दुखद है कि जमीन मकान अधिग्रहण की आशंका से सदमे के कारण पिछले 8 महीने में 50 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है ।हमारी यह मांग भी है कि उनके परिजनों को  ससम्मान क्षतिपूर्ति के लिए 25लाख रुपया और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाय।

 उपरोक्त घटनाओं को संज्ञान दिलाते हुए हम यह साफ अवगत कराना चाहते हैं कि  हमें आंदोलन करने को मजबूर किया जा रहा है।शासन की हठधर्मिता के कारण हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों और मूल्यों की अहवेलना हो रही है।    हम शांतिमय धरनारत ग्रामीणों की धैर्य की सीमा की कठिन परीक्षा ली जा रही है।इसीलिए धरनारत ग्रामीण जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने को निश्चय किया है। इस स्तर पर पहुंचने लिये शासन जिम्मेदार होगा।

धरने को रामनयन यादव,नरोत्तम यादव,नकछेद राय,तुफानी पासवान, हरिहर, दुखहरन राम,राजेश आज़ाद, वेद प्रकाश उपाध्याय, अवधराज यादव, रामराज,विनोद सिंह, फूलचंद, तूफानी सरोज,फूलमती, नीलम ,सोहागी,सुशीला, शकुंतला, बिंदु यादव आदि ने सम्बोधित किया।


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