समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) आज रविवार (4 जून) को आजमगढ़ (Azamgarh) दौरे पर पहुंचे। इस दौरान सपा मुखिया ने बीजेपी (BJP) पर जमकर निशाना साधा और योगी (Yogi) सरकार पर सवाल खड़े किए। मीडिया से बात करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को सौ खून माफ हैं। वहीं अगर कोई गरीब, पिछड़ा, समाजवादी या मुसलमान होगा तो बुलडोजर चला जाएगा, ये रणनीत है इनकी बीजेपी के लोग कुछ भी करें उनके खिलाफ कुछ नहीं होगा। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष ने कहा कि "हमारी संस्कृति मिली जुली है, हम मिल कर रहे हैं। हमारी परंपरा एक दूसरे से जुड़ी हुई है। यह लोग केवल नफरत की राजनीति कर रहे हैं."
सीएम को बस नर्सरी याद आती है, अपने मुकदमे नहीं बताते - अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि "मुख्यमंत्री को साड़ी के कारोबार और बुनकर भाइयों की समस्या के समाधान से कोई लेना देना नहीं है. उन्हें बस नर्सरी याद आती है और अपने आप को भूल जाते हैं कि उन पर कौन-कौन से मुकदमे थे."
2024 पिपक्षी दलों के गठबंधन पर बोले अखिलेश
वहीं गठबंधने के सवाल को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि यही राय बन रही है सभी दलों के बीच में कि जो दल जहां मजबूत है उसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए और उसी नेतृत्व को आगे करके अन्य दलों को जोड़ा जाए."
बेटी बचाओ का नारा सिर्फ बीजेपी वोट के लिए लगाती है
अखिलेश यादव ने कहा भाजपा झूठे वादे करती है। किसानों, बेटियों और जनता से वोट लेने के लिए झूठे नारे दिए। भाजपा बेटियों और महिलाओं को अपमानित करती है। पहलवान धरने पर बैठे हैं। भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर लगे आरोपों और दिए जा रहे धरने पर कहा, "भाजपा के लोग बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते थे। आज नारा कहां हैं। बेटियों और महिलाओं को अपमानित किया जा रहा है। भाजपा का नारा ‘बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं‘ कहां है? भाजपा का यह नारा बस वोट लेने के लिए था। वोट ले लिया और नारा भूल गए। 2024 के लोकसभा चुनाव में यही बेटियां और बहनें भाजपा के खिलाफ वोट करेंगी।
अखिलेश ने कहा, "जिस तरह से कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक ने पुलिस की पिटाई की, तो क्या पुलिस बुलडोजर के पीछे जाकर छुप जाए। इससे पहले विधानसभा चुनाव में भी सांसद सेंट्रल फोर्स के साथ DM ऑफिस में घुसे थे। तहसीलदार की पिटाई की थी। अब बुलडोजर का रुख किधर जाता है, यह जनता देखना चाहती है।''
उन्होंने कहा, ''निकाय चुनाव में चंदौली में किन्नरों ने कपड़े न उतारे होते तो उनको चुनाव हरा दिया होता। ट्रेनों को सुरक्षित बनाने के लिए कवच बनाया है। भाजपा के लोगों ने कवच नहीं बल्कि कपट किया है।"
क्या इसी ट्रिपल इंजन के बारे बात करते थे मुख्यमंत्री
ओडिशा में रेलवे दुर्घटना पर अखिलेश ने कहा, "प्रदेश के मुख्यमंत्री निकाय चुनाव में इसी ट्रिपल इंजन की सरकार की बात करते हैं, लेकिन वहां तीन ट्रेन आपस में लड़ गईं। इसकी जवाबदेही कौन देगा। इन लोगों ने तमाम नए उपकरण बनाए थे, ताकि ट्रेन हादसे ना हो। यह कहा गया था कि सुरक्षा कवच बनाया गया है, जिससे सिग्नल मिल जाएगा। अगर कोई ट्रेन आसपास होगी, तो दूसरी ट्रेन अपने आप रुक जाएगी। लेकिन यह सिग्नल काम नहीं आया या कवच काम नहीं आया। साफ है कि जनता के साथ कपट किया गया है।''
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